PM Kisan Yojana eKYC Update 2025: पीएम किसान ई-केवाईसी ऑनलाइन अपडेट कैसे करें
PM किसान योजना ई-केवाईसी अपडेट: अब किसान घर बैठे करें ऑनलाइन सत्यापन
भारत सरकार की “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan)” योजना लाखों छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को प्रति वर्ष ₹6,000 की सहायता तीन समान किस्तों में दी जाती है। लेकिन यह सहायता मिलने के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है — e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक Know Your Customer, यानी आधार आधारित सत्यापन) होना। हाल ही में सरकार ने यह प्रक्रिया और ज्यादा अनिवार्य कर दी है ताकि लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित हो और फर्जी दावों को रोका जा सके।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी अपडेट की प्रक्रिया फिर से शुरू हो चुकी है। अब किसान घर बैठे ऑनलाइन या नजदीकी CSC केंद्र से eKYC कर सकते हैं। जानिए पूरी प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज़ और सावधानियां इस लेख में।
1. PM Kisan और eKYC — परिचय एवं पृष्ठभूमि
PM-Kisan योजना का सार
- इस योजना की शुरुआत 1 फरवरी 2019 को की गई थी, ताकि छोटे एवं सीमांत किसानों को प्रत्यक्ष धन सहायता (Direct Benefit Transfer) दी जा सके।स्टैंडर्ड
- योग्यता रखने वाले किसानों को ₹6,000 प्रतिवर्ष (तीन किश्तों में ₹2,000-₹2,000-₹2,000) भुगतान किया जाता है।
eKYC क्या है?
- eKYC का अर्थ है — आधार आधारित इलेक्ट्रॉनिक पहचान सत्यापन।
- इस प्रक्रिया में लाभार्थी के आधार की जानकारी, मोबाइल नंबर (जो आधार से लिंक हो), और अन्य विवरण सत्यापित होते हैं।
- PM-Kisan के सन्दर्भ में, यह सत्यापन यह सुनिश्चित करता है कि ही वास्तविक किसान ही लाभ उठा रहा हो, और फर्जी या गलत खाता दावों को रोका जाए।
सरल शब्दों में: यदि आपका eKYC PM-Kisan पोर्टल पर नहीं हुआ है या अधूरा है, तो आपकी अगली किस्त (या भविष्य की किस्त) अटक सकती है।
2. क्यों अब eKYC अनिवार्य हुआ?
सरकार ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि:
- सत्यापन मजबूती बढ़ाना — फर्जी लाभार्थियों की पहचान होकर धोखाधड़ी कम हो।
- लेन-देन प्रक्रिया की पारदर्शिता — सीधे बैंक खाते में जाने वाली रकम सुनिश्चित हो।
- राशि वितरण में देरी या रुकावट से बचाव — अधूरी या गलत पहचान पर भुगतान रोका जा सके।
- डिजिटल इंडिया और बैंकिंग इनक्लूजन — किसान और उनकी डिजिटल सूचना को जोड़ना।
मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है कि यदि eKYC पूरा न हो तो आपकी किस्त अटक सकती है। बिज़नेस स्टैंडर्ड
उदाहरण स्वरूप, “PM Kisan Yojana: ई-केवाईसी के बिना खाते में नहीं आएंगे पैसे” शीर्षक वाली खबर में वर्णन है कि eKYC न होने पर भुगतान नहीं मिलेगा।
3. eKYC अपडेट करने की पूरी ऑनलाइन प्रक्रिया
नीचे चरणबद्ध रूप से बताया गया है कि आप घर बैठे ऑनलाइन eKYC कैसे कर सकते हैं:
आवश्यक चीजें (Prerequisites)
- आपका आधार कार्ड
- उस आधार से लिंक मोबाइल नंबर (OTP प्राप्त करने के लिए)
- बैंक खाता विवरण (जिसमें आधार लिंक हो)
- इंटरनेट देने वाला मोबाइल या कंप्यूटर
प्रक्रिया (Step-by-Step)
- PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट खोलें
वेबसाइट: pmkisan.gov.in - “Farmers Corner” सेक्शन में जाएँ
होमपेज पर आपको “Farmers Corner” नामक विकल्प मिलेगा, वहाँ “e-KYC” विकल्प चुनें। - आधार नंबर दर्ज करें
आपके 12 अंकों का आधार नंबर भरें और “Search” पर क्लिक करें। - OTP प्राप्त करें और दर्ज करें
यदि आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर सक्रिय है, तो एक OTP आएगा। उसे दर्ज करें और “Submit” या “Confirm” दबाएँ। - सफलता संदेश प्राप्त करें
यदि सब कुछ सही होगा, तो स्क्रीन पर “eKYC is successfully submitted” या “e-KYC सफलतापूर्वक हो गया है” जैसा संदेश दिखेगा। बिज़नेस स्टैंडर्ड - स्थिति पुष्ट करें (Optional)
आप “Know Your Status / Status e-KYC” विकल्प में जाकर देख सकते हैं कि यह प्रक्रिया सफल हुई है या नहीं।
4. अन्य तरीके: CSC / बायोमेट्रिक / फेस स्कैन
यदि आपका आधार से लिंक मोबाइल नंबर नहीं है, या ऑनलाइन हालात नहीं बन पा रही है, तो आप ये विकल्प प्रयोग कर सकते हैं:
- CSC (Common Service Centre) पर जाकर बायोमेट्रिक eKYC
आप नजदीकी CSC केंद्र जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन करवा सकते हैं। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि इसके लिए ₹15–₹25 तक शुल्क संभव है। Navbharat Times+2The Better India+2 - फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication) / मोबाइल ऐप आधारित eKYC
कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि PM-Kisan मोबाइल ऐप और आधार फेस रीडर ऐप की मदद से चेहरे की स्कैनिंग द्वारा भी eKYC किया जा सकता है।
इन विकल्पों से भी लाभार्थी अपनी पहचान ऑनलाइन या सहायता केंद्रों पर करवा सकते हैं।
5. eKYC अपडेट करते समय ध्यान देने योग्य बातें / चुनौतियाँ
हालांकि प्रक्रिया सरल दिखती है, लेकिन कई किसानों को कुछ सामान्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नीचे कुछ सुझाव व संभावित अड़चने दी गई हैं:
संभावित चुनौतियाँ
- मिसमैच विवरण
यदि आपके आधार में दर्ज नाम, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर में कोई अंतर है, तो प्रक्रिया आरंभ नहीं हो सकती। - मोबाइल नंबर लिंक न होना
अगर आधार से आपका मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, तो OTP नहीं आएगा। ऐसी स्थिति में CSC या अन्य केंद्र से जाना पड़ेगा। - नेट व सिग्नल समस्याएँ
ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्शन की कमी, ओटीपी लेने में देरी आदि एक बड़ी बाधा हैं। - तकनीकी त्रुटियाँ / पोर्टल डाउन होना
कभी-कभी वेबसाइट धीमी हो सकती है या बंद भी हो सकती है। - भ्रामक संदेश / धोखाधड़ी
कुछ लोगों को फर्जी संदेश भेज कर कहा जाता है कि वे लिंक क्लिक करें और जानकारी दें — यह धोखा हो सकती है। हमेशा आधिकारिक पोर्टल या CSC का ही उपयोग करें।
टिप्स / सुझाव
- सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल और बैंक खाता आधार से लिंक हो।
- विवरण (नाम, जन्मतिथि) आधार और PM-Kisan विवरण में मेल खाए।
- यदि इंटरनेट नहीं हो, तो नजदीकी केंद्र पर जाकर सहायता लें।
- OTP समय रहते डालें, कभी भूल न करें।
- संतोषजनक कनेक्शन, मोबाइल नेटवर्क चुनें।
- जानकारी साझा करते समय सावधानी बरतें — किसी अनजान लिंक पर न क्लिक करें।
6. eKYC अपडेट का लाभ — क्या बुरा होगा यदि न करें?
लाभ (Benefits)
- आपकी अगली और भविष्य की किस्तें अवरुद्ध नहीं होंगी।
- सत्यापन के बाद राशि सीधे आपके बैंक खाते में निष्पादन दुरुस्त होगा।
- धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
- सूचना और भुगतान प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी।
- डिजिटल पहचान का लाभ — अन्य योजनाओं के लिए प्रक्रिया आसान होगी।
यदि eKYC न हो — क्या असर होगा?
- आपकी किस्त अटक सकती है या बाहर की जाएगी। (मीडियारिपोर्ट्स में यह चेतावनी दी गई है)
- भुगतान रुकने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- किसी विवाद या गलत दावा की स्थिति में समस्या हो सकती है।
- योजना से बाहर हटने की संभावना हो सकती है यदि अवधि तक न किया गया।
एक उदाहरण के तौर पर, समाचार लेखों में कहा गया है कि २०वीं किस्त तब तक नहीं मिलेगी जब तक लाभार्थी ने eKYC नहीं किया हो।
7. निष्कर्ष
पीएम किसान योजना किसानों को आर्थिक सहारा देने वाली एक अहम पहल है, लेकिन उसका लाभ पाना इस बात पर निर्भर करता है कि आपका eKYC समय रहते और सही रूप से पूरा हो। यदि आपने अभी तक यह प्रक्रिया नहीं की है, तो आज ही ऊपर बताए गए सरल चरणों का पालन कर इसे अपडेट करें।
यह न भूलें:
- आधिकारिक वेबसाइट या CSC का ही प्रयोग करें।
- आधार से जुड़ी सही जानकारी का उपयोग करें।
- सावधानी रखें — फर्जी संदेशों या लिंक से बचें।
- यदि परेशानी हो, तो नजदीकी कृषि विभाग, CSC, या सरकारी हेल्पलाइन से सहायता लें।





