Ration Card Update: 15 अक्टूबर से बदल जाएंगे नियम- अब कार्डधारकों को मिलेंगे 8 बड़े फायदे!
Ration Card Update: 15 अक्टूबर से बदल जाएंगे नियम- अब कार्डधारकों को मिलेंगे 8 बड़े फायदे!
सरकार ने 15 अक्टूबर, 2025 से राशन कार्ड धारकों के लिए नए नियम लागू करने की घोषणा की है। इस बदलाव से गरीब, मध्यम वर्ग और ज़रूरतमंद परिवारों को बड़ी राहत मिली है। सरकार ने सभी श्रेणियों के राशन कार्ड धारकों – एपीएल, बीपीएल और अंत्योदय – को समान लाभ देने का फैसला किया है। इस योजना के तहत, राशन कार्ड अब केवल अनाज लेने का दस्तावेज़ नहीं रहेगा, बल्कि कई अन्य सुविधाओं का केंद्र बनेगा।
नए नियमों के तहत, प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल हो गई है। आधार लिंकेज और ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया गया है। इससे भ्रष्टाचार कम होगा और लाभ सीधे पात्र परिवारों को मिलेगा। राशन वितरण अब क्यूआर कोड और बायोमेट्रिक प्रणाली पर आधारित होगा।
राशन कार्ड के 8 प्रमुख लाभ
- 1000 रुपये प्रति माह की प्रत्यक्ष बैंक खाता सहायता (DBT): परिवार के बैंक खाते में हर महीने एक हज़ार रुपये सीधे ट्रांसफर किए जाएँगे। यह राशि महिला मुखिया के खाते में भेजी जाएगी।
- पोषण आहार: गेहूँ और चावल के साथ-साथ दाल, नमक, तेल जैसी पोषण सामग्री भी निःशुल्क प्रदान की जाएगी। इससे परिवार के पोषण स्तर में सुधार होगा।
- डिजिटल राशन कार्ड और वितरण: भौतिक कार्ड की जगह डिजिटल कार्ड का उपयोग किया जाएगा। इससे डुप्लिकेट और फर्जी कार्ड खत्म होंगे और पारदर्शिता बढ़ेगी।
- एक राष्ट्र एक राशन कार्ड (ONORC): देश में कहीं भी राशन उपलब्ध होगा। खासकर प्रवासी परिवारों के लिए। अब घर से बाहर जाने के बाद भी राशन कार्ड का लाभ मिलता रहेगा।
- गैस सिलेंडर सब्सिडी: साल में 6-8 गैस सिलेंडर सब्सिडी से मिलेंगे। इसका वितरण भी राज्य और केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाएगा। इससे घरेलू खर्च कम होगा।
- महिलाओं का होगा नेतृत्व: राशन कार्डों का नेतृत्व महिलाएं करेंगी। साथ ही महिलाओं से जुड़ी योजनाओं और रोजगार के लाभ भी मिलेंगे। इससे महिला सशक्तिकरण बढ़ेगा।
- कृषि को बढ़ावा: किसान कार्ड धारकों को उपज बढ़ाने के लिए मुफ़्त में उच्च गुणवत्ता वाले बीज दिए जाएँगे। इससे किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- अन्य सुविधाएँ: नया नाम जोड़ना, पता बदलना, कार्ड अपडेट करना आदि सभी काम ऑनलाइन प्रक्रिया से होंगे। अब आपको हर सेवा के लिए कार्यालय जाने की ज़रूरत नहीं होगी।
प्रमुख परिवर्तन और जानकारी
ई-केवाईसी अब अनिवार्य है। सभी कार्डधारकों को आधार से लिंक करना ज़रूरी है। बिना केवाईसी के कार्ड रद्द किया जा सकता है। राशन वितरण और सत्यापन अब पूरी तरह से बायोमेट्रिक और क्यूआर कोड आधारित है।
सामान्य कार्डधारकों को प्रति यूनिट 2 किलो गेहूं और 2.5 किलो चावल मिलेगा। अंत्योदय कार्डधारकों को 17 किलो गेहूं और 18 किलो चावल मिलेगा। परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए और वार्षिक आय सीमा से कम होनी चाहिए।ई-केवाईसी अब अनिवार्य है। सभी कार्डधारकों को आधार से लिंक करना ज़रूरी है। बिना केवाईसी के कार्ड रद्द किया जा सकता है। राशन वितरण और सत्यापन अब पूरी तरह से बायोमेट्रिक और क्यूआर कोड आधारित है।
सामान्य कार्डधारकों को प्रति यूनिट 2 किलो गेहूं और 2.5 किलो चावल मिलेगा। अंत्योदय कार्डधारकों को 17 किलो गेहूं और 18 किलो चावल मिलेगा। परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए और वार्षिक आय सीमा से कम होनी चाहिए।
महिलाओं के बैंक खातों में सीधी सहायता राशि हस्तांतरित की जाएगी। इससे घर की ज़िम्मेदारी आर्थिक रूप से मज़बूत होगी। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। हर अपडेट, आवेदन या सत्यापन डिजिटल माध्यम से आसानी से किया जा सकता है।
बैंक खाता लिंक करना और प्रसंस्करण
कार्डधारकों को अपने बैंक खाते को राशन कार्ड से लिंक करना होगा। इससे डीबीटी का लाभ समय पर मिल सकेगा। राज्य पोर्टल या पीडीएस केंद्र पर जाकर खाते का सत्यापन किया जा सकता है। सभी मामलों में आधार-आधारित सत्यापन आवश्यक है। इससे कोई भी फर्जी लाभ नहीं मिलेगा और सरकारी सहायता समय पर मिल सकेगी।
नये राशन कार्ड की जानकारी कैसे अपडेट करें?
आधार कार्ड अपडेट, वैध बैंक खाता लिंक। राज्य पीडीएस पोर्टल या राशन की दुकान पर ई-केवाईसी करें। आप ऑनलाइन पोर्टल से नाम, पता, परिवार के सदस्य जोड़ सकते हैं। पोर्टल पर ई-केवाईसी स्टेटस भी चेक किया जा सकता है।
योजनाओं की पारदर्शिता और लाभ
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी लाभार्थी के साथ भेदभाव न हो और सभी पात्र परिवारों को समान लाभ मिले। डिजिटल वितरण, आधार सत्यापन और निरंतर फीडबैक प्रणाली के माध्यम से पूरी प्रक्रिया की निरंतर निगरानी की जाती है।





