PM Kisan Yojana 2025: 21वीं किस्त से पहले फिजिकल वेरिफिकेशन ज़रूरी
PM किसान योजना 2025: 21वीं किस्त पाने से पहले अनिवार्य फिजिकल वेरिफिकेशन

PM Kisan Yojana: 21वीं किस्त से पहले किसानों के लिए आया बड़ा अपडेट, फिजिकल वेरिफिकेशन ज़रूरी
भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) आज करोड़ों किसानों के लिए संजीवनी का काम कर रही है। इस योजना के तहत हर साल किसानों को 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में उनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। अब तक 20 किस्तें किसानों तक पहुंच चुकी हैं और सभी की निगाहें 21वीं किस्त पर टिकी हुई हैं।
लेकिन इस बार सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है। 21वीं किस्त जारी होने से पहले किसानों को फिजिकल वेरिफिकेशन कराना ज़रूरी होगा। अगर यह प्रक्रिया पूरी नहीं की गई तो किसानों को अगली किस्त का लाभ नहीं मिल पाएगा। आइए जानते हैं इस नए नियम के बारे में विस्तार से।
1. PM किसान योजना क्या है?
- पात्र किसानों को हर साल ₹6,000 की राशि दी जाती है।
- यह राशि ₹2,000 की तीन किस्तों में सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए दी जाती है।
- अब तक करोड़ों किसान इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
2. अब तक कितनी किस्तें दी गईं?
योजना शुरू होने के बाद से अब तक किसानों को 20 किस्तों का लाभ मिल चुका है।
- 20वीं किस्त 2024 में किसानों के खातों में भेजी गई थी।
- अब सरकार 21वीं किस्त जारी करने की तैयारी कर रही है।
3. 21वीं किस्त से पहले बड़ा अपडेट – फिजिकल वेरिफिकेशन
सरकार ने साफ कर दिया है कि PM Kisan Yojana की 21वीं किस्त का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने फिजिकल वेरिफिकेशन (Physical Verification) पूरा किया है।
क्या है फिजिकल वेरिफिकेशन?
- इसमें किसान की ज़मीन, आधार और बैंक डिटेल की वास्तविक जांच की जाती है।
- स्थानीय पटवारी, लेखपाल या कृषि विभाग के अधिकारी किसान की जमीन का रिकॉर्ड चेक करते हैं।
- गलत या फर्जी लाभार्थियों को योजना से बाहर करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
4. क्यों ज़रूरी है फिजिकल वेरिफिकेशन?
- पिछले कुछ सालों में योजना के तहत कई फर्जी लाभार्थी सामने आए।
- कुछ ऐसे लोग भी लाभ ले रहे थे जो वास्तव में किसान नहीं थे।
- सरकार अब केवल असली और पात्र किसानों तक पैसा पहुंचाना चाहती है।
- इस प्रक्रिया से योजना और भी पारदर्शी बनेगी।
5. फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया
किसानों को फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए नीचे दिए स्टेप्स पूरे करने होंगे:
- नजदीकी कृषि विभाग या पटवारी कार्यालय जाएं।
- आधार कार्ड, जमीन के कागजात और बैंक पासबुक साथ ले जाएं।
- अधिकारी आपकी जमीन और किसान की पहचान की जांच करेंगे।
- जांच पूरी होने के बाद आपके नाम को PM किसान पोर्टल पर वेरिफाइड कर दिया जाएगा।
6. किन किसानों को होगा सबसे ज्यादा असर?
- जिन किसानों ने अब तक e-KYC या फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं कराया है।
- जिनके नाम पर जमीन के दस्तावेज अपडेट नहीं हैं।
- जिन किसानों के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हैं।
अगर आपने समय पर वेरिफिकेशन नहीं कराया तो 21वीं किस्त आपके खाते में नहीं आएगी।
7. किसान कैसे चेक करें अपनी स्थिति?
किसान अपनी स्थिति आसानी से PM किसान पोर्टल पर चेक कर सकते हैं।
ऑनलाइन स्टेप्स:
- pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- “Beneficiary Status” विकल्प चुनें।
- आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर सबमिट करें।
- यहां आप देख सकते हैं कि आपकी KYC और वेरिफिकेशन पूरा हुआ है या नहीं।
8. 21वीं किस्त कब आएगी?
- केंद्र सरकार जल्द ही 21वीं किस्त जारी करने वाली है।
- संभावना है कि यह किस्त 2025 की शुरुआत में किसानों के खातों में ट्रांसफर होगी।
- लेकिन केवल वही किसान इसका लाभ उठा पाएंगे जिन्होंने फिजिकल वेरिफिकेशन और e-KYC पूरा किया है।
9. योजना से अब तक क्या मिला फायदा?
- अब तक करोड़ों किसानों को हर साल ₹6,000 की सहायता मिल रही है।
- इससे किसानों को बीज, खाद और अन्य कृषि कार्यों में सहूलियत मिलती है।
- किसान परिवारों की आय में सीधा सहयोग हुआ है।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
10. निष्कर्ष
PM Kisan Yojana 21वीं किस्त किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। लेकिन इस बार सरकार ने पारदर्शिता और सही किसानों तक पैसा पहुंचाने के लिए फिजिकल वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है।
👉 अगर आप चाहते हैं कि अगली किस्त आपके खाते में समय पर आए तो तुरंत नजदीकी कृषि विभाग जाकर वेरिफिकेशन करा लें।
👉 साथ ही, आधार लिंकिंग और e-KYC प्रक्रिया भी पूरी करें।
यह कदम असली किसानों को फायदा पहुंचाने और फर्जीवाड़े पर रोक लगाने की दिशा में एक अहम कदम है।