नमो शेतकारी योजना 7वीं किस्त 2025: किसानों के खाते में आएंगे 2000 रुपये, देखें पूरी जानकारी
नमो शेतकारी योजना 7वीं किस्त: किसानों के खाते में इस तारीख को आएंगे 2000 रुपये

नमो शेतकारी योजना की 7वीं किस्त इस तारीख को जमा होगी, देखें पूरा विवरण
भारत में किसान हमेशा से देश की रीढ़ माने जाते हैं। किसानों की मेहनत और परिश्रम से ही हमारे देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है। इन्हीं किसानों के लिए केंद्र और राज्य सरकार समय-समय पर कई योजनाएँ चलाती रहती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है “नमो शेतकारी योजना”, जो महाराष्ट्र सरकार की एक प्रमुख किसान कल्याणकारी योजना है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जाती है, ताकि वे खेती-किसानी के कार्यों में इसे उपयोग कर सकें।
पीएम किसान 20वीं किस्त 2025: किसानों के खाते में सीधे पहुंचेगा पैसा
हाल ही में सरकार ने जानकारी दी है कि इस योजना की 7वीं किस्त अब किसानों के खातों में जमा की जाएगी। इस लेख में हम जानेंगे कि नमो शेतकारी योजना की 7वीं किस्त कब आएगी, इसका लाभ किन-किन किसानों को मिलेगा, इस योजना की पात्रता, उद्देश्य, किस प्रकार से पैसे मिलते हैं और किसानों के लिए इसका महत्व क्या है।
नमो शेतकारी योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है। सरकार ने घोषणा की है कि 7वीं किस्त सितंबर 2025 में किसानों के खातों में जमा होगी। जानें योजना की पात्रता, लाभ, किस्त चेक करने की प्रक्रिया और इसका महत्व।
PM-KISAN and PM-KMY: Difference Between Benefits, Eligibility, and Full Comparison.
नमो शेतकारी योजना क्या है?
नमो शेतकारी योजना महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक किसान सहायता योजना है। इस योजना की शुरुआत किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने और उन्हें खेती में मदद पहुंचाने के उद्देश्य से की गई थी।
- इस योजना के अंतर्गत किसानों को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
- यह राशि किसानों को तीन किस्तों में मिलती है यानी हर चार महीने पर 2000 रुपये।
- यह योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) से जुड़ी हुई है। मतलब किसानों को दोनों योजनाओं का लाभ एक साथ मिलता है।
इस तरह किसान को केंद्र सरकार से सालाना 6000 रुपये और राज्य सरकार से 6000 रुपये यानी कुल 12,000 रुपये सालाना मिलते हैं।
7वीं किस्त की तारीख
महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि नमो शेतकारी योजना की 7वीं किस्त सितंबर 2025 में किसानों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी।
- जिन किसानों ने इस योजना में पंजीकरण कराया है और जिनके दस्तावेज़ सत्यापित हो चुके हैं, उनके खाते में 2000 रुपये की राशि सीधा डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाएगी।
- सरकार का लक्ष्य है कि हर पात्र किसान तक समय पर यह राशि पहुँच जाए।
पात्रता (Eligibility)
इस योजना का लाभ हर किसान को नहीं मिलता, बल्कि इसके लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं।
- राज्य निवासी – लाभ केवल महाराष्ट्र राज्य के किसानों को ही मिलेगा।
- भूमि स्वामित्व – किसान के नाम पर खेती की जमीन होनी चाहिए।
- पंजीकरण – किसान को योजना में पंजीकरण करना जरूरी है।
- आयकरदाता नहीं – जिन किसानों ने आयकर रिटर्न भरा है, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- सरकारी कर्मचारी अपात्र – किसी भी किसान परिवार का सदस्य यदि सरकारी नौकरी में है, तो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
आवेदन प्रक्रिया
जो किसान अभी तक योजना से जुड़े नहीं हैं, वे निम्न प्रक्रिया से आवेदन कर सकते हैं:
- किसान को महसूल विभाग की अधिकृत वेबसाइट या CSC केंद्र पर जाना होगा।
- आधार कार्ड, जमीन के कागज़ात, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर जैसे दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
- आवेदन की पुष्टि होने के बाद किसान का नाम लाभार्थियों की सूची में शामिल कर लिया जाएगा।
- इसके बाद किसान को हर किस्त का लाभ स्वतः बैंक खाते में मिलने लगेगा।
किसानों को मिलने वाले फायदे
नमो शेतकारी योजना किसानों के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो रही है:
- आर्थिक मदद – खेती में बीज, खाद, दवाइयाँ और सिंचाई आदि पर खर्च के लिए सीधे पैसे मिल जाते हैं।
- कर्ज़ से राहत – छोटे और सीमांत किसानों को कर्ज़ लेने की ज़रूरत कम पड़ती है।
- दोहरी सहायता – केंद्र और राज्य की योजनाओं को जोड़कर किसान को दोगुना लाभ मिलता है।
- डीबीटी सुविधा – भ्रष्टाचार और बिचौलियों से बचकर सीधा पैसा खाते में आता है।
- कृषि उत्पादन में वृद्धि – आर्थिक सहयोग से किसान आधुनिक खेती तकनीक अपना सकते हैं।
योजना का महत्व
आज के समय में खेती पर लागत दिन-ब-दिन बढ़ रही है। खाद, बीज, कीटनाशक और मजदूरी सब महंगे होते जा रहे हैं। ऐसे में किसानों को समय-समय पर आर्थिक मदद मिलना बहुत जरूरी है।
- इस योजना के माध्यम से किसानों को एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण राशि मिल जाती है, जिससे वे अपनी आवश्यक जरूरतें पूरी कर सकते हैं।
- किसानों में आत्मनिर्भरता की भावना आती है।
- यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करती है, क्योंकि जब किसानों के पास पैसा आता है तो वे गाँव के बाजार से खरीदारी करते हैं।
किस्त की स्थिति कैसे चेक करें?
किसान अपने खाते में राशि आने की स्थिति आसानी से चेक कर सकते हैं।
- आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करें।
- आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर लाभार्थी सूची देखें।
- किस्त की जानकारी और भुगतान स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी।
- बैंक पासबुक या मोबाइल बैंकिंग से भी चेक किया जा सकता है कि पैसा आया या नहीं।
निष्कर्ष
नमो शेतकारी योजना महाराष्ट्र सरकार की एक सराहनीय पहल है। इससे किसानों को न केवल आर्थिक सहायता मिलती है बल्कि उन्हें खेती में आत्मनिर्भर बनने का मौका भी मिलता है।
7वीं किस्त का इंतज़ार कर रहे किसानों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है कि सितंबर 2025 में उनके खाते में 2000 रुपये जमा कर दिए जाएंगे। इस योजना का सीधा लाभ लाखों किसानों को मिल रहा है और यह उनके जीवन स्तर को सुधारने में अहम भूमिका निभा रही है।
सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को समय पर सहायता मिले और वे अपनी खेती को मजबूती के साथ आगे बढ़ा सकें। आने वाले समय में इस तरह की योजनाएँ किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में और भी ज्यादा मददगार साबित होंगी।
✍️ लेखक की राय:
किसानों के लिए यह जरूरी है कि वे सभी जरूरी दस्तावेज़ समय पर अपडेट रखें, ताकि किस्त मिलने में कोई दिक्कत न हो। साथ ही, इस योजना का लाभ उठाकर किसान आधुनिक खेती के तरीकों में निवेश करें, जिससे उनकी पैदावार और आय दोनों बढ़ सकें।