Mushroom Subsidy Yojana 2025: मशरूम की खेती पर पाएं 50% से 90% सब्सिडी
Mushroom Subsidy Yojana 2025: किसानों को 90% तक सब्सिडी का लाभ

Mushroom Subsidy Yojana 2025: मशरूम की खेती के लिए सरकार दे रही है 50% से 90% तक की सब्सिडी
आज के समय में खेती सिर्फ पारंपरिक फसलों तक सीमित नहीं रही है। किसान अब नए-नए प्रयोग कर रहे हैं और उनमें सबसे अधिक चर्चा में रहने वाली खेती है मशरूम की खेती (Mushroom Farming)। कम लागत, कम जगह और अधिक मुनाफे वाली खेती होने के कारण मशरूम आज किसानों की पहली पसंद बनती जा रही है।
किसानों को मशरूम की खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु सरकार ने Mushroom Subsidy Yojana 2025 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत किसानों को 50% से 90% तक की सब्सिडी दी जा रही है।
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आइए इस ब्लॉग में विस्तार से समझते हैं कि मशरूम सब्सिडी योजना 2025 क्या है, इसके तहत किसानों को क्या लाभ मिलेंगे, पात्रता क्या है और आवेदन कैसे करना है।
मशरूम सब्सिडी योजना 2025 क्या है?
मशरूम सब्सिडी योजना 2025 केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की कृषि योजनाओं के अंतर्गत चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य किसानों को मशरूम उत्पादन (Mushroom Production) के लिए प्रोत्साहित करना है।
- किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए आवश्यक शेड, मशीनरी, कोल्ड स्टोरेज और प्रशिक्षण पर सब्सिडी दी जाती है।
- सब्सिडी की दर किसानों की श्रेणी पर निर्भर करती है—
- सामान्य श्रेणी के किसानों को 50% तक सब्सिडी
- SC/ST, महिला और लघु-सीमांत किसानों को 75% से 90% तक सब्सिडी
योजना के प्रमुख उद्देश्य
- किसानों की आय में वृद्धि करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा करना।
- किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित करना।
- देश में पोषणयुक्त आहार (Nutritional Food) की उपलब्धता बढ़ाना।
मशरूम सब्सिडी योजना 2025 के फायदे
- कम लागत में खेती की सुविधा – सरकार द्वारा सब्सिडी मिलने से किसान कम खर्च में मशरूम यूनिट लगा सकते हैं।
- 90% तक की आर्थिक मदद – विशेष श्रेणी के किसानों को अधिकतम सब्सिडी मिलती है।
- प्रशिक्षण और मार्गदर्शन – कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) और अन्य संस्थानों से प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है।
- बाजार सुविधा – सरकार किसानों की मदद मार्केटिंग और बिक्री में भी करती है।
- लाभदायक फसल – 2-3 महीनों में तैयार होकर मशरूम अच्छी कीमत पर बिकती है।
सब्सिडी किन-किन कामों के लिए मिलती है?
- मशरूम शेड (Shed) निर्माण
- स्पॉन प्रोडक्शन यूनिट
- कम्पोस्टिंग यूनिट
- कोल्ड स्टोरेज सुविधा
- मशीनरी व उपकरण खरीदने पर
- पैकेजिंग और प्रोसेसिंग यूनिट
पात्रता (Eligibility)
- आवेदक भारत का नागरिक और किसान होना चाहिए।
- SC/ST, महिला और सीमांत किसानों को प्राथमिकता मिलेगी।
- आवेदक के पास खेती के लिए भूमि/जगह होनी चाहिए।
- आवेदक ने मशरूम खेती से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया हो (प्रशिक्षण कृषि विभाग या KVK से लिया जा सकता है)।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- भूमि का दस्तावेज़ या किरायानामा
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जाति प्रमाण पत्र (SC/ST किसानों के लिए)
- प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन
- अपने राज्य की कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “कृषि अनुदान योजना / मशरूम सब्सिडी” सेक्शन पर क्लिक करें।
- आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- सबमिट करने के बाद आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन
- नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करें।
- आवेदन पत्र भरकर आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
- जांच के बाद योग्य किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा।
मशरूम खेती से होने वाला मुनाफा
- अगर किसान 100 वर्गमीटर शेड बनाकर खेती शुरू करते हैं तो वे 2-3 महीनों में लगभग 800-1000 किलो मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं।
- बाज़ार में मशरूम की कीमत ₹150 से ₹250 प्रति किलो तक होती है।
- यानी किसान आसानी से 1.5 लाख से 2.5 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं।
- सब्सिडी मिलने से शुरुआती निवेश बहुत कम हो जाता है।
निष्कर्ष
Mushroom Subsidy Yojana 2025 किसानों के लिए सुनहरा अवसर है। सरकार द्वारा 50% से 90% तक सब्सिडी मिलने से किसान कम खर्च में मशरूम यूनिट शुरू कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
अगर आप भी खेती में नया प्रयोग करना चाहते हैं तो मशरूम खेती शुरू करें और सरकार की सब्सिडी का लाभ उठाकर अपनी आय दोगुनी करें।