Pashupalan Loan 2025 की पूरी जानकारी, प्रक्रिया और लाभ जानिए | पशुपालन लोन कैसे लें?

Pashupalan Loan 2025 की पूरी जानकारी, प्रक्रिया और लाभ जानिए | पशुपालन लोन कैसे लें?
अगर आप गाय, भैंस, बकरी या अन्य पशुपालक हैं और पशुपालन शुरू करना चाहते हैं तो यह आपके लिए अच्छी खबर है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर किसानों और पशुपालकों को पशुपालन Loan के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान कर रही हैं। इस Loan के माध्यम से आप अपने पशुधन को बढ़ा सकते हैं, डेयरी इकाई शुरू कर सकते हैं और रोजगार का नया स्रोत बना सकते हैं।
पशुपालन के लिए Loan लेने के कई विकल्प उपलब्ध हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जैसे बैंक पशुपालन के लिए Loan प्रदान करते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा के बड़ौदा पशुपालन एवं मत्स्यपालन किसान क्रेडिट कार्ड (बीएएचएफकेसीसी) के तहत 3 लाख रुपये तक के Loan पर कोई प्रोसेसिंग शुल्क नहीं है। बैंक ऑफ इंडिया के किसान क्रेडिट कार्ड के तहत 2 लाख रुपये तक के ऋण के लिए कोई जमानत की आवश्यकता नहीं थी। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सेंट एनिमल हसबेंडरी इंफ्रा स्कीम के तहत पशुपालन के लिए भी Loan उपलब्ध है।
पशुपालन लोन क्या है?
पशुपालन Loan एक प्रकार का कृषि संबद्ध क्षेत्र लोन है, जो किसानों या उद्यमियों को मवेशी खरीदने, शेड बनाने, चारा की व्यवस्था करने, दूध प्रसंस्करण इकाइयां और अन्य पशुपालन गतिविधियों के लिए दिया जाता है।
पशुपालन लोन कौन ले सकता है?
- भारत का नागरिक
- पशुपालन के लिए योजनाएँ होनी चाहिए
- 18 से 65 वर्ष की आयु के बीच
- आवश्यक दस्तावेज और पहचान पत्र अवश्य साथ होना चाहिए
- बैंक द्वारा निर्धारित क्रेडिट स्कोर पात्रता को पूरा करना होगा
आवश्यक दस्तावेज़ (Documents Required)
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट आकार का फोटो
- पशुपालन परियोजना रिपोर्ट
- आवास प्रमाण पत्र
- पट्टे पर दी गई भूमि के दस्तावेज (यदि लागू हो)
पशुपालन Loan किस योजना के तहत उपलब्ध है?
NABARD Dairy Entrepreneurship Development Scheme (DEDS)
- डेयरी इकाई खोलने के लिए Loan
- ₹7 लाख तक की सब्सिडी
- गाय/भैंस पालन, दूध संग्रहण केंद्र, शीतलन इकाई के लिए वित्त
- सब्सिडी: अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को 33% तक तथा अन्य को 25% तक
PM Mudra Loan (Shishu, Kishor, Tarun)
- छोटे पैमाने पर पशुपालन के लिए
- ₹50,000 से ₹10 लाख तक का लोन
- बिना गारंटी के Loan सुविधा
Kisan Credit Card (KCC) for Animal Husbandry
- पशुपालन और मछलीपालन के लिए केसीसी सुविधाएं
- 4% तक की ब्याज दर पर लोन
- ईएमआई सुविधा के साथ लोन चुकौती
State Animal Husbandry Schemes
कई राज्य सरकारें डेयरी और बकरी पालन के लिए सब्सिडी वाले लोन भी प्रदान करती हैं
संबंधित जिला पशुपालन कार्यालय से संपर्क करें
- लोन कैसे लें? (पशुपालन लोन आवेदन प्रक्रिया)
- सबसे पहले अपने क्षेत्र के नजदीकी बैंक (एसबीआई, पीएनबी, बीओआई आदि) में जाएं।
- पशुपालन से संबंधित योजनाओं (नाबार्ड, मुद्रा, केसीसी) के बारे में जानकारी प्राप्त करें
- बैंक द्वारा निर्धारित फॉर्म भरें
- परियोजना रिपोर्ट और दस्तावेज जमा करें
- बैंक द्वारा आपकी पात्रता और परियोजना कुंजी की जांच के बाद लोन स्वीकृत किया जाएगा
- लोन राशि सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाती है
- पशुपालन लोन के लाभ
- कम ब्याज दरों पर लोन
- डेयरी इकाई, गोशाला, चारा इकाई स्थापित करने का अवसर
- सरकार द्वारा सब्सिडी प्राप्त
- आत्मनिर्भर बनने और रोजगार सृजन में सहायता
यदि आप एसबीआई बैंक की पशुपालन Loan योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं तो आपको पहले ब्याज दर जान लेनी चाहिए। आपको बता दें कि इस योजना की ब्याज दर 7% से शुरू होती है और ब्याज दर उस Loan राशि पर निर्भर करती है जिसे आप लेना चाहते हैं।
न्यूज18 हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, एक भैंस के लिए आप 80,000 रुपये तक का लोन ले सकते हैं। पशुपालन Loan योजनाओं के माध्यम से आप नए पशु खरीदने के लिए भी Loan प्राप्त कर सकते हैं।
पशु किसान क्रेडिट कार्ड की विशेषताएं
पशुपालक 3 लाख रुपये तक के Loan के लिए पात्र हैं।
प्रधानमंत्री पशुधन योजना के अंतर्गत कुछ प्रमुख योजनाएँ शामिल हैं, जैसे राष्ट्रीय पशुधन मिशन और मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना। ये योजनाएं पशुपालकों को वित्तीय सहायता, बीमा और अन्य आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं।
इस योजना का उद्देश्य पशुधन क्षेत्र को मजबूत करना तथा पशुपालकों की आय में वृद्धि करना है।
यह योजना विभिन्न पशुधन गतिविधियों, जैसे गाय, भैंस, भेड़, बकरी और ऊंट पालन को प्रोत्साहित करती है।
इसका ध्यान पशुपालकों को प्रशिक्षण प्रदान करने, उन्नत प्रजनन तकनीक और पशुधन स्वास्थ्य रखरखाव पर केंद्रित है।
यह योजना पशुओं की अचानक मृत्यु होने पर पशुपालकों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
पशुपालकों के लिए अपने पशुओं का बीमा कवर प्राप्त करने हेतु जन आधार कार्ड अनिवार्य है।
इस योजना के अंतर्गत पशु का मूल्य पशु चिकित्सकों, पशु प्रजनकों और बीमा एजेंटों द्वारा प्रचलित बाजार मूल्य के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
एक मवेशी इकाई पशु की अधिकतम कीमत 40,000 रुपये तक सीमित है।
पशुपालक मोबाइल ऐप या वेब पोर्टल के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं।
‘‘मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना’’ के तहत घरेलू/संकर दुधारू पशुओं जैसे गाय व भैंस, बोझा ढोने वाले पशुओं-ऊंट तथा अन्य छोटे जुगाली करने वाले पशुओं जैसे बकरी व भेड़ का एक वर्ष के लिए मुफ्त बीमा करने का प्रस्ताव है। बजट घोषणा के अनुसार सबसे पहले 21 लाख पशुओं का बीमा किया जाना है।
पशुपालन लोन लेने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जैसे पहचान पत्र, पते का प्रमाण, आय प्रमाण और पशुपालन व्यवसाय से संबंधित दस्तावेज। इन दस्तावेजों के अलावा, बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा कुछ अतिरिक्त दस्तावेजों की भी मांग की जा सकती है।
इसी क्रम में सरकार ने अमृत धारा योजना भी लागू की है। इसके तहत सरकार दो से 10 गायों के पालन के लिए आसान शर्तों पर 10 बैंकों के जरिए 10 लाख रुपये तक का Loan उपलब्ध कराएगी।
बकरी पालन पर 50 लाख की सब्सिडी कितनी है?
यदि आप बड़े पैमाने पर बकरियां पालना चाहते हैं तो राष्ट्रीय पशुधन मिशन आपके लिए है। इसके तहत 500 बकरियों के पालन पर 50 लाख रुपये की सब्सिडी मिलेगी, जिसमें 25 बीजू बकरियां भी शामिल हैं। इस परियोजना की कुल लागत 1 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है, जिसमें से 50% यानि 50 लाख रुपये तक की सब्सिडी का लाभ उठाया जा सकता है।