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खेती के यंत्र सब्सिडी योजना 2025: किसानों को मिलेगी 40-60% तक सब्सिडी, ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन

खेती के यंत्रों पर 40-60% सब्सिडी, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू

किसानों के लिए खुशखबरी! खेती के यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी, ऑनलाइन आवेदन शुरू – Kisan Agriculture Subsidy

भारत में खेती को और अधिक आसान, आधुनिक और उत्पादक बनाने के लिए सरकार लगातार नई-नई योजनाएं लेकर आती है। खेती में आधुनिक तकनीक और मशीनों का उपयोग करने से न केवल किसानों का समय और मेहनत बचती है, बल्कि उत्पादन भी बढ़ता है। लेकिन हर किसान के लिए खेती के यंत्र खरीदना आसान नहीं होता क्योंकि इनकी कीमतें काफी ज्यादा होती हैं। इसी समस्या को दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को खेती के उपकरणों (Agricultural Implements) पर सब्सिडी प्रदान करती हैं।

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हाल ही में सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए खेती के यंत्रों पर सब्सिडी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस योजना के तहत किसान अब आसानी से ऑनलाइन आवेदन करके खेती के आधुनिक यंत्रों पर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।

किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी! सरकार ने खेती के यंत्रों पर सब्सिडी देने की योजना शुरू की है। अब किसान ऑनलाइन आवेदन करके ट्रैक्टर, रोटावेटर, ड्रोन, थ्रेशर और अन्य उपकरणों पर 40% से 60% तक सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।

खेती के यंत्रों पर सब्सिडी योजना क्या है?

खेती के यंत्रों पर सब्सिडी योजना (Kisan Agriculture Subsidy) का उद्देश्य किसानों को कम लागत पर आधुनिक खेती के उपकरण उपलब्ध कराना है।

इस योजना के तहत किसान सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त डीलरों से ट्रैक्टर, पावर टिलर, रोटावेटर, सीड ड्रिल, मल्चर, थ्रेशर, स्प्रे पंप, रीपर, हार्वेस्टर, ड्रोन स्प्रे मशीन आदि जैसे उपकरण खरीद सकते हैं। इन यंत्रों की खरीद पर किसानों को 40% से लेकर 60% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।

किसानों को मिलेगी कितनी सब्सिडी?

खेती के यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिडी उपकरण और किसान की श्रेणी के आधार पर अलग-अलग होती है।

  • सामान्य वर्ग के किसान: 40% तक सब्सिडी
  • अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला और लघु/सीमांत किसान: 50% से 60% तक सब्सिडी
  • विशेष उपकरण जैसे ड्रोन: कई राज्यों में 70-80% तक की सब्सिडी भी दी जा रही है।

योजना के उद्देश्य

  1. खेती में आधुनिक उपकरणों का उपयोग बढ़ाना।
  2. किसानों की मेहनत और समय को कम करना।
  3. कृषि उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करना।
  4. किसानों की लागत कम करके उनकी आय बढ़ाना।
  5. कृषि क्षेत्र को तकनीकी दृष्टि से मजबूत बनाना।

किन-किन यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी?

खेती के लिए विभिन्न प्रकार के आधुनिक उपकरणों पर सब्सिडी दी जाती है। इनमें प्रमुख हैं –

  • ट्रैक्टर और मिनी ट्रैक्टर
  • पावर टिलर
  • रोटावेटर
  • सीड ड्रिल और जीरो टिल सीड ड्रिल
  • मल्चर
  • थ्रेशर
  • रीपर
  • हार्वेस्टर
  • स्प्रे पंप
  • ड्रोन स्प्रे मशीन
  • पानी बचाने वाले उपकरण (ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम)

खेती के यंत्रों पर सब्सिडी पाने के लिए पात्रता

  • लाभार्थी किसान भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • किसान के पास खेती योग्य भूमि होनी चाहिए।
  • केवल एक किसान को एक प्रकार के उपकरण पर सब्सिडी मिलेगी।
  • SC/ST, महिला और लघु-सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाती है।
  • किसान को योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है।

आवश्यक दस्तावेज

खेती के यंत्रों पर सब्सिडी योजना के लिए किसानों को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी –

  1. आधार कार्ड
  2. बैंक पासबुक
  3. जमीन के कागजात/खसरा-खतौनी
  4. जाति प्रमाण पत्र (SC/ST किसानों के लिए)
  5. पासपोर्ट साइज फोटो
  6. मोबाइल नंबर

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

सरकार ने इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। किसान घर बैठे आसानी से रजिस्ट्रेशन और आवेदन कर सकते हैं। प्रक्रिया इस प्रकार है –

  1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएं – राज्य कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या कृषि यांत्रिकी पोर्टल (agriculturemachinery.nic.in) पर विजिट करें।
  2. रजिस्ट्रेशन करें – किसान का नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक विवरण भरकर रजिस्ट्रेशन करें।
  3. लॉगिन करें – रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन करके आवेदन फॉर्म खोलें।
  4. फॉर्म भरें – खेती के यंत्र का चयन करें और आवश्यक जानकारी दर्ज करें।
  5. दस्तावेज अपलोड करें – आधार, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात आदि स्कैन करके अपलोड करें।
  6. सबमिट करें – फॉर्म पूरा भरने के बाद सबमिट करें।
  7. जांच और स्वीकृति – आवेदन की जांच के बाद स्वीकृति मिलने पर किसान को सब्सिडी का लाभ मिलेगा।

किसानों को मिलने वाले लाभ

  1. कम लागत में उपकरण – किसानों को 40-60% तक की सब्सिडी मिलने से महंगे उपकरण भी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
  2. उत्पादकता में वृद्धि – आधुनिक यंत्रों से कम समय में अधिक उत्पादन किया जा सकता है।
  3. समय और मेहनत की बचत – मशीनों से खेती आसान और तेज हो जाती है।
  4. फसल की गुणवत्ता में सुधार – आधुनिक तकनीक से खेती करने पर फसल का उत्पादन बेहतर होता है।
  5. किसानों की आय में वृद्धि – कम लागत और ज्यादा उत्पादन से आय बढ़ती है।

किसानों को ध्यान रखने योग्य बातें

  • आवेदन करते समय सभी दस्तावेज सही-सही अपलोड करें।
  • सब्सिडी का लाभ केवल सरकार द्वारा अनुमोदित डीलर से खरीदे गए उपकरण पर मिलेगा।
  • एक किसान एक ही उपकरण पर सब्सिडी ले सकता है।
  • आवेदन के बाद समय-समय पर पोर्टल पर अपनी स्थिति (Application Status) चेक करते रहें।
  • योजना की जानकारी और अपडेट के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट पर विजिट करें।

निष्कर्ष

खेती के यंत्रों पर सब्सिडी योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के जरिए अब किसान कम कीमत पर आधुनिक उपकरण खरीदकर खेती को आसान और लाभकारी बना सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाने से किसानों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है, वे घर बैठे ही आवेदन कर सकते हैं।

यदि आप भी किसान हैं और खेती में आधुनिक उपकरणों का उपयोग करना चाहते हैं, तो इस योजना में तुरंत ऑनलाइन आवेदन करें और सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी का लाभ उठाएं।

Avinash Kusmade

Kmedia Company में एक कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें सरकारी योजनाओं और ट्रेंडिंग न्यूज़ में विशेषज्ञता के साथ पांच साल का अनुभव है। वे पाठकों तक स्पष्ट और सटीक जानकारी पहुँचाने के लिए समर्पित हैं, जिससे जटिल सरकारी योजनाएँ आम जनता के लिए आसानी से समझ में आ सकें।

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