Goat Farming Scheme 2025: बकरी पालन पर सरकार दे रही है 70% सब्सिडी, ऐसे पाएं लाभ
बकरी पालन योजना 2025: किसानों और युवाओं को मिलेगा सब्सिडी का लाभ

🐐 बकरी पालन के लिए सरकार दे रही है 70% सब्सिडी, ऐसे उठाएं लाभ | Goat Farming Scheme
भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन किसानों की आय का प्रमुख साधन है। इन्हीं पशुपालन व्यवसायों में से एक है बकरी पालन (Goat Farming)। बकरी पालन कम पूंजी में शुरू किया जा सकता है और इससे किसानों को सालभर स्थायी आय मिलती है। इसी कारण केंद्र और राज्य सरकारें किसानों और ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बकरी पालन व्यवसाय को प्रोत्साहित कर रही हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार किसानों को बकरी पालन शुरू करने के लिए 70% तक सब्सिडी (अनुदान) दे रही है। इस योजना का लाभ उठाकर किसान बहुत कम निवेश में बकरी पालन यूनिट शुरू कर सकते हैं और अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
✅ बकरी पालन का महत्व
- कम पूंजी और अधिक लाभ – बकरी पालन का व्यवसाय छोटे स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है।
- दूध और मांस की मांग – भारत में बकरी के दूध और मांस की हमेशा अधिक मांग रहती है।
- पोषण का स्रोत – बकरी का दूध प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर होता है।
- आसान देखभाल – बकरी पालन में ज्यादा खर्च या विशेष देखभाल की आवश्यकता नहीं होती।
- रोजगार सृजन – ग्रामीण युवाओं और महिलाओं के लिए यह रोजगार का बेहतर साधन है।
🏛️ बकरी पालन पर सरकार की योजना (Goat Farming Scheme)
केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को बकरी पालन शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं।
योजना की प्रमुख विशेषताएं:
- बकरी पालन यूनिट लगाने के लिए बैंक लोन उपलब्ध कराया जाता है।
- इस लोन पर 70% तक सब्सिडी सरकार देती है।
- सब्सिडी की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में जमा होती है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन विभाग और सहकारी समितियों के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है।
📌 कौन उठा सकता है योजना का लाभ?
- छोटे और सीमांत किसान
- बेरोजगार युवा
- महिलाएं और स्वयं सहायता समूह
- अनुसूचित जाति/जनजाति और बीपीएल परिवार
- ग्रामीण उद्यमी
💰 सब्सिडी और लोन की प्रक्रिया
मान लीजिए किसी किसान को 10 बकरियां और 1 बकरा खरीदना है।
- कुल लागत = ₹1,00,000 (उदाहरण)
- बैंक लोन = ₹1,00,000
- सरकार की सब्सिडी = 70% = ₹70,000
- किसान को वास्तविक रूप से चुकाना होगा = ₹30,000 ही
यानी, किसान को बकरी पालन व्यवसाय के लिए बहुत कम पूंजी लगानी पड़ेगी और आय अधिक होगी।
📝 आवेदन प्रक्रिया (How to Apply for Goat Farming Subsidy Scheme)
- सबसे पहले नजदीकी पशुपालन विभाग या जिला पशु चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करें।
- आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- निर्धारित फॉर्म में आवेदन करें।
- आवेदन स्वीकृत होने पर बैंक लोन प्रक्रिया पूरी करें।
- बकरियां खरीदने के बाद निरीक्षण होगा और फिर सब्सिडी सीधे बैंक खाते में आ जाएगी।
📄 आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जमीन/चरागाह का प्रमाण
- बैंक खाता विवरण
- बकरी पालन परियोजना रिपोर्ट (Project Report)
📊 बकरी पालन से आय का अनुमान
यदि कोई किसान 10 बकरियों और 1 बकरे से शुरुआत करता है तो:
- हर बकरी साल में 2-3 बच्चे देती है।
- एक साल में लगभग 20-25 बकरियां तैयार हो जाती हैं।
- एक बकरी का बाजार भाव औसतन ₹6,000 से ₹10,000 तक होता है।
- यानी, एक साल में किसान ₹2-3 लाख तक की आय आसानी से कमा सकता है।
🌱 बकरी पालन के लिए जरूरी बातें
- साफ-सुथरा और हवादार शेड (Goat Shed) बनाएं।
- हरी घास, दाने और पानी की पर्याप्त व्यवस्था करें।
- समय-समय पर टीकाकरण और दवाइयों की खुराक दें।
- मांस और दूध के लिए सही नस्ल की बकरियां चुनें (जैसे सिरोही, बीटल, जमुनापारी आदि)।
- पास के बाजार और मंडियों की जानकारी रखें ताकि बिक्री आसानी से हो सके।
📢 निष्कर्ष
बकरी पालन एक लाभदायक और स्थायी व्यवसाय है। सरकार द्वारा दी जा रही 70% सब्सिडी योजना से किसान और ग्रामीण युवा आसानी से बकरी पालन यूनिट शुरू कर सकते हैं। यह योजना न केवल किसानों की आय बढ़ाएगी बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी।
👉 अगर आप भी किसान हैं या पशुपालन में रुचि रखते हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं और आत्मनिर्भर बनें।