Blog

अब आपका सिबिल स्कोर नहीं होगा खराब – जानें RBI के नए नियम 2025

RBI के नए नियमों से सुधरेगा CIBIL Score सिस्टम

अब आपका सिबिल स्कोर नहीं होगा खराब, RBI ने बनाए नए नियम – पूरी जानकारी

आज के दौर में अगर किसी को लोन लेना है या क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वानी है तो CIBIL Score यानी क्रेडिट स्कोर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बैंक और वित्तीय संस्थान किसी भी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री, लोन चुकाने की क्षमता और समय पर भुगतान करने की आदतों को समझने के लिए सबसे पहले उसके सिबिल स्कोर को देखते हैं।

PNB Bank Loan 2025: अब

₹50,000 से ₹15 लाख तक का

लोन पाएं | आवेदन प्रक्रिया

लेकिन बहुत से लोगों को यह शिकायत रहती थी कि उनका सिबिल स्कोर छोटी-छोटी गलतियों या तकनीकी कारणों से खराब हो जाता है। इसी समस्या को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नए नियम बनाए हैं, जिनसे अब आम नागरिकों को राहत मिलेगी।

नमो शेतकारी योजना की 7वीं

किस्त इस तारीख को जमा

होगी, देखें विवरण

आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं –

✅ CIBIL Score क्या होता है?

CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) स्कोर 300 से 900 के बीच का एक अंक होता है, जो यह दर्शाता है कि किसी व्यक्ति की क्रेडिट योग्यता (Creditworthiness) कितनी है।

  • 750+ स्कोर – उत्कृष्ट माना जाता है।
  • 650-749 स्कोर – अच्छा माना जाता है।
  • 550-649 स्कोर – औसत।
  • 300-549 स्कोर – कमजोर।

जितना ज्यादा स्कोर होगा, उतनी ही आसानी से आपको बैंक से लोन या क्रेडिट कार्ड मिल सकता है।

✅ पुराने नियमों में क्या समस्या थी?

  1. छोटे-छोटे बकाया भुगतान समय पर न होने से भी स्कोर गिर जाता था।
  2. कभी-कभी बैंक या NBFC की तकनीकी गलती से ग्राहक का स्कोर खराब हो जाता था।
  3. गैर-जरूरी पूछताछ (Enquiry) बार-बार होने से भी सिबिल स्कोर कम हो जाता था।
  4. अगर आपने लोन चुका दिया लेकिन बैंक ने समय पर अपडेट नहीं किया तो भी स्कोर प्रभावित होता था।

इन वजहों से लाखों ग्राहकों का स्कोर बिना गलती के खराब हो रहा था।

✅ RBI ने बनाए नए नियम

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में कुछ नए नियम (New Guidelines) जारी किए हैं ताकि ग्राहकों को बेवजह नुकसान न झेलना पड़े।

1. तकनीकी गलती से स्कोर खराब नहीं होगा

अगर बैंक या NBFC की ओर से कोई तकनीकी गलती होती है, तो अब उसका असर ग्राहक के स्कोर पर नहीं पड़ेगा।

2. समय पर सुधार करने का नियम

अगर किसी ग्राहक के क्रेडिट रिपोर्ट में कोई त्रुटि पाई जाती है, तो बैंक या NBFC को अब 30 दिनों के भीतर सुधार करना अनिवार्य होगा।

3. गलत जानकारी हटेगी

किसी व्यक्ति के नाम पर गलत लोन दिखाया गया है या डुप्लीकेट एंट्री आ गई है, तो अब उसे तुरंत हटाना होगा।

4. बार-बार पूछताछ का असर कम

अब सिर्फ लोन या क्रेडिट कार्ड की हार्ड इंक्वायरी का असर स्कोर पर पड़ेगा। साधारण जानकारी पूछने पर आपका स्कोर खराब नहीं होगा।

5. पारदर्शिता बढ़ेगी

अब ग्राहकों को अपने सिबिल स्कोर से जुड़ी हर जानकारी आसानी से ऑनलाइन मिल सकेगी और बैंक को इसे साझा करना अनिवार्य होगा।

✅ नए नियमों से होने वाले फायदे

  1. बिना गलती स्कोर नहीं गिरेगा – तकनीकी खामी या बैंक की गलती का असर अब खत्म होगा।
  2. सही समय पर अपडेट – लोन चुकाने पर तुरंत अपडेट होगा और स्कोर में सुधार होगा।
  3. कर्ज लेने में आसानी – अच्छा स्कोर बने रहने से बैंक जल्दी लोन देंगे।
  4. ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा – पारदर्शिता आने से अब लोग निश्चिंत होकर वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।

✅ CIBIL Score सुधारने के आसान तरीके

अगर आपका स्कोर कम है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इन नियमों के साथ-साथ कुछ कदम उठाकर आप अपना स्कोर सुधार सकते हैं:

  1. समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड का भुगतान करें।
  2. क्रेडिट लिमिट का पूरा उपयोग न करें।
  3. एक साथ बहुत ज्यादा लोन के लिए आवेदन न करें।
  4. पुराने क्रेडिट कार्ड बंद न करें।
  5. समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें और उसमें गलती होने पर सुधार करवाएं।

✅ निष्कर्ष

RBI के नए नियम से अब ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी। अब छोटी तकनीकी गलतियों या बैंकों की लापरवाही के कारण किसी का सिबिल स्कोर खराब नहीं होगा। इससे न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि आम नागरिकों को लोन लेने में भी आसानी होगी।

अगर आप भी लोन या क्रेडिट कार्ड लेने की सोच रहे हैं तो अपने सिबिल स्कोर पर नज़र बनाए रखें और RBI के इन नए नियमों का लाभ उठाएं।

Avinash Kusmade

Kmedia Company में एक कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें सरकारी योजनाओं और ट्रेंडिंग न्यूज़ में विशेषज्ञता के साथ पांच साल का अनुभव है। वे पाठकों तक स्पष्ट और सटीक जानकारी पहुँचाने के लिए समर्पित हैं, जिससे जटिल सरकारी योजनाएँ आम जनता के लिए आसानी से समझ में आ सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button