Ladki Bahin Yojana Rejected List 2025: 26 लाख महिलाओं की अपात्र सूची जारी
लड़की बहिन योजना अपात्र सूची 2025: 26 लाख महिलाओं को नहीं मिलेगा योजना का लाभ

लाडली बहन योजना रिजेक्टेड लिस्ट: 26 लाख अपात्र महिलाओं की लिस्ट जारी, इनको नहीं मिलेगा 1500 रुपये
भारत सरकार और राज्य सरकारें समय-समय पर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चलाती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है लाडली बहन योजना, जिसके अंतर्गत महिलाओं को प्रतिमाह ₹1500 की आर्थिक सहायता दी जाती है। लेकिन हाल ही में इस योजना के अंतर्गत सरकार ने एक बड़ी सूची जारी की है, जिसमें लगभग 26 लाख महिलाओं को अपात्र घोषित किया गया है। Ladki Bahin Yojana
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किन कारणों से महिलाएं रिजेक्ट हुई हैं, अपात्र लिस्ट कैसे देखें, अपात्र महिलाओं की श्रेणियां कौन-कौन सी हैं, और अगर नाम रिजेक्टेड लिस्ट में आ गया है तो क्या करना होगा।
लाडली बहन योजना क्या है?
Ladki Bahin Yojana का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1500 की राशि उनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। इस योजना से गरीब और मध्यम वर्ग की महिलाओं को घरेलू खर्चों और जीवन-यापन में मदद मिलती है।
लेकिन सरकार की ओर से यह साफ किया गया है कि केवल पात्र महिलाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। जिनके पास आय, संपत्ति या सरकारी नौकरी से जुड़ी कुछ शर्तें पूरी नहीं होतीं, उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया है। Ladki Bahin Yojana
26 लाख महिलाओं को क्यों किया गया अपात्र?
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार लगभग 26 लाख महिलाओं का नाम लाडली बहन योजना रिजेक्टेड लिस्ट में शामिल किया गया है। इसके पीछे कई कारण बताए गए हैं –
- आय अधिक होना – जिन परिवारों की वार्षिक आय सरकार द्वारा तय सीमा से अधिक है, उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया।
- सरकारी नौकरी – यदि महिला स्वयं या उसका पति सरकारी नौकरी में है, तो वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- पेंशनधारी महिलाएं – जिन महिलाओं को पहले से पेंशन मिल रही है, उन्हें भी इस योजना से हटा दिया गया।
- करदाता परिवार – यदि महिला या उसका पति आयकर दाता है, तो वह लाडली बहन योजना का लाभ नहीं ले सकती।
- गलत दस्तावेज़ – आवेदन के समय गलत या अपूर्ण दस्तावेज़ अपलोड करने वालों को भी रिजेक्ट कर दिया गया।
- एक से अधिक आवेदन – कुछ महिलाओं ने बार-बार आवेदन किया था, जिससे उनका नाम सूची से हटा दिया गया।
लाडली बहन योजना रिजेक्टेड लिस्ट कैसे देखें?
यदि आपने इस योजना के लिए आवेदन किया है और जानना चाहते हैं कि आपका नाम रिजेक्टेड लिस्ट में है या नहीं, तो इसके लिए सरकार ने ऑनलाइन प्रक्रिया जारी की है।
लिस्ट देखने का तरीका:
- सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल पर जाएं।
- “लाडली बहन योजना रिजेक्टेड लिस्ट” वाले सेक्शन पर क्लिक करें।
- अपना जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत चुनें।
- सूची में अपना नाम चेक करें।
इसके अलावा, गांव या वार्ड स्तर पर भी यह लिस्ट चिपकाई जा रही है ताकि महिलाएं आसानी से अपना नाम देख सकें।
किन महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ?
रिजेक्टेड लिस्ट जारी होने के बाद अब केवल वही महिलाएं योजना का लाभ ले पाएंगी जो सभी शर्तों पर खरी उतरती हैं। इनमें शामिल हैं –
- जिनकी वार्षिक आय सरकार द्वारा तय सीमा से कम है।
- जिनके परिवार में कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी या पेंशन नहीं ले रहा।
- जिनका नाम बीपीएल लिस्ट या गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आता है।
- जिनके पास वैध दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता और निवास प्रमाण पत्र है।
रिजेक्ट होने पर क्या करें?
अगर किसी महिला का नाम लाडली बहन योजना रिजेक्टेड लिस्ट में आ गया है और उसे लगता है कि वह पात्र है, तो वह इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकती है।
शिकायत की प्रक्रिया:
- निकटतम पंचायत कार्यालय या नगर निगम कार्यालय में संपर्क करें।
- योजना से संबंधित हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें।
- पुनः दस्तावेज़ सत्यापन के लिए आवेदन जमा करें।
यदि जांच में पाया गया कि महिला वास्तव में पात्र है, तो उसे योजना में शामिल कर दिया जाएगा।
योजना का महत्व
लाडली बहन योजना केवल आर्थिक सहायता तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका बड़ा उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और समाज में उनका सम्मान बढ़ाना है।
- इस योजना से महिलाएं घर के खर्चों में मदद कर सकती हैं।
- बच्चों की पढ़ाई और पोषण में इसका सीधा असर पड़ता है।
- महिलाएं छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू करके आत्मनिर्भर हो सकती हैं।
सरकार की अपील
सरकार का कहना है कि यह योजना केवल उन महिलाओं के लिए है, जिन्हें वास्तव में आर्थिक मदद की जरूरत है। अपात्र महिलाओं के नाम हटाना जरूरी है ताकि सही लाभार्थियों को इसका फायदा मिल सके।
निष्कर्ष
लाडली बहन योजना महिलाओं के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण पहल है। हालांकि 26 लाख महिलाओं का नाम रिजेक्टेड लिस्ट में आने से कुछ निराशा जरूर हुई है, लेकिन इसका उद्देश्य योजना को पारदर्शी और सही दिशा में चलाना है। यदि आपका नाम सूची में आ गया है, तो तुरंत जांच कराएं और जरूरत पड़ने पर शिकायत दर्ज करें।
इस योजना के जरिए सरकार का लक्ष्य है कि हर गरीब और जरूरतमंद महिला को आर्थिक मदद मिले और वह आत्मनिर्भर बन सके।