EPFO New Rules:-हर महीने सैलरी से कटता है PF तो आपको मिलेंगे ये 7 फायदे, ज्यादातर लोगों को नहीं है जानकारी

EPFO New Rules :-हर महीने सैलरी से कटता है PF तो आपको मिलेंगे ये 7 फायदे, ज्यादातर लोगों को नहीं है जानकारी
EPFO New Rules :-हर महीने सैलरी से कटता है PF तो आपको मिलेंगे ये 7 फायदे, ज्यादातर लोगों को नहीं है जानकारी भारत में करोड़ों नौकरीपेशा लोगों के वेतन से हर महीने एक निश्चित राशि प्रोविडेंट फंड के रूप में काटी जाती है। यह कटौती उनके भविष्य की वित्तीय सुरक्षा के लिए की जाती है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अधिकांश कर्मचारी इसे केवल कटौती के रूप में ही देखते हैं। EPFO New Rules
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उन्हें यह नहीं पता कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन न केवल उन्हें भविष्य के लिए पैसे बचाने में मदद कर रहा है, बल्कि कई महत्वपूर्ण सुविधाएं भी प्रदान कर रहा है। ये सुविधाएं न केवल उनकी मौजूदा जरूरतों को पूरा करने में सहायक हैं, बल्कि आपात स्थिति में भी काम आती हैं। हर कर्मचारी को इन सुविधाओं के बारे में पता होना चाहिए ताकि वे सही समय पर इनका लाभ उठा सकें।EPFO New Rules
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बिलकुल! अगर आपकी हर महीने की सैलरी से PF (Provident Fund) कटता है, यानी आप EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के तहत रजिस्टर्ड हैं, तो आपको सिर्फ एक बचत योजना नहीं, बल्कि 7 बड़े फायदे मिलते हैं – जिनके बारे में बहुत से कर्मचारियों को जानकारी नहीं होती। आइए इन फायदों को आसान भाषा में समझते हैं:
✅ EPFO के 7 बड़े फायदे:
1. 🏦 निश्चित बचत और रिटायरमेंट फंड
हर महीने आपकी और आपके नियोक्ता (कंपनी) की तरफ से PF में योगदान होता है। ये एक दीर्घकालिक बचत होती है जो रिटायरमेंट पर बड़ा फंड बनकर मिलता है।
2. 💸 टैक्स में छूट (Tax Benefits)
EPF में किया गया योगदान धारा 80C के तहत टैक्स फ्री होता है। साथ ही, ब्याज और निकासी पर भी टैक्स छूट मिलती है (कुछ शर्तों के तहत)।
3. 💰 ब्याज दर से कमाई (High Interest Rate)
EPFO हर साल ब्याज देता है (वर्तमान में ~8.15% के आसपास)। ये रेट सेविंग अकाउंट और FD से ज़्यादा होता है।
4. 🏠 घरेलू जरूरतों के लिए एडवांस (PF Advance Facility)
आप घर बनाने, शादी, बच्चों की पढ़ाई, इलाज या नौकरी छूटने जैसी स्थिति में PF से एडवांस (आंशिक निकासी) कर सकते हैं – बिना किसी ब्याज के।
5. 🛡️ बीमा कवर (EDLI – Life Insurance Benefit)
EPFO की EDLI स्कीम (Employees’ Deposit Linked Insurance) के तहत PF सदस्य की मृत्यु होने पर नॉमिनी को ₹7 लाख तक का बीमा लाभ मिलता है – यह पूरी तरह फ्री होता है, अलग से कोई प्रीमियम नहीं देना होता।
6. 👨👩👧👦 पेंशन योजना (EPS – Pension after Retirement)
EPFO के तहत आपको EPS (Employees’ Pension Scheme) का लाभ भी मिलता है, जिसमें नौकरी के बाद मासिक पेंशन मिलती है, यदि आपने 10 साल से ज्यादा नौकरी की है।
7. 📱 ऑनलाइन सेवाएं और ट्रांसफर सुविधा
आप UAN (Universal Account Number) के जरिए ऑनलाइन PF बैलेंस चेक, पासबुक देखना, नॉमिनी जोड़ना, ट्रांसफर और निकासी कर सकते हैं। नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर भी आसान है।
🔐 बोनस जानकारी:
PF बैलेंस चेक करने के लिए EPFO पोर्टल या उमंग ऐप का उपयोग करें।
पीएफ की रकम कर्मचारी के वेतन से कटकर दो हिस्सों में बांटी जाती है। पहला हिस्सा कर्मचारी भविष्य निधि में जाता है जबकि दूसरा हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना में निवेश किया जाता है। कंपनी भी अपनी तरफ से बराबर का योगदान देती है। यह व्यवस्था सिर्फ पैसे जमा करने तक सीमित नहीं है बल्कि कई अन्य लाभकारी योजनाओं का भी आधार है।
नॉमिनी ना जोड़ने पर आपके PF और बीमा का पैसा क्लेम करना मुश्किल हो सकता है।
सेवानिवृत्ति पेंशन
आपका सवाल है – सेवानिवृत्ति पेंशन के बारे में, जो कि EPFO की EPS (Employees’ Pension Scheme) के तहत दी जाती है। नीचे मैं विस्तार से सेवानिवृत्ति पेंशन योजना को सरल हिंदी में समझा रहा हूँ:
🧓 EPFO की सेवानिवृत्ति पेंशन (EPS) क्या है?
EPS यानी Employees’ Pension Scheme, EPFO द्वारा चलाई जाती है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद नियमित मासिक पेंशन देना है।
📌 EPS की मुख्य बातें:
✅ पात्रता (Eligibility):
- कर्मचारी EPFO का सदस्य होना चाहिए।
- कर्मचारी की सेवा अवधि कम से कम 10 साल होनी चाहिए।
- कर्मचारी की उम्र 58 वर्ष पूरी होनी चाहिए (पेंशन शुरू करने के लिए)।
- 50 वर्ष की उम्र के बाद भी कम पेंशन पर Early Pension ली जा सकती है।
💰 पेंशन कैसे बनती है (Contribution)?
- हर महीने आपकी सैलरी से 12% PF में जाता है, जिसमें से 8.33% नियोक्ता (employer) की ओर से EPS (पेंशन) में जमा होता है (₹15,000 सैलरी तक की सीमा पर)।
- कर्मचारी की EPS में सीधे कोई कटौती नहीं होती।
📐 पेंशन की गणना (Pension Calculation Formula):
[पेंशन योग्य वेतन × सेवा के वर्षों की संख्या] ÷ 70
📍 पेंशन योग्य वेतन = अधिकतम ₹15,000 (EPFO द्वारा तय)
📍 सेवा के वर्षों में 6 महीने से अधिक को पूरा साल माना जाता है
उदाहरण:
अगर कोई कर्मचारी 20 साल सेवा करता है और पेंशन योग्य वेतन ₹15,000 है –
₹15,000 × 20 ÷ 70 = ₹4,285 प्रति माह पेंशन
🏦 पेंशन कैसे मिलेगी?
- रिटायरमेंट के बाद EPFO को पेंशन फॉर्म 10D भरकर देना होता है।
- ऑनलाइन UMANG ऐप या EPFO पोर्टल से भी आवेदन किया जा सकता है।
- मंजूरी के बाद हर महीने पेंशन बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।
🧾 जरूरी दस्तावेज:
- UAN नंबर
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- सेवा विवरण (सर्विस हिस्ट्री)
- नॉमिनी की जानकारी
- फॉर्म 10D
🔐 अन्य लाभ:
- पति/पत्नी और बच्चों को भी पेंशन मिलती है, अगर कर्मचारी की मृत्यु सेवा के दौरान हो जाए (Family Pension)।
- 58 साल से पहले मृत्यु पर भी पेंशन का प्रावधान है।
पीएफ का सबसे महत्वपूर्ण लाभ रिटायरमेंट के बाद मासिक पेंशन है। कर्मचारी पेंशन योजना के तहत जमा की गई राशि के आधार पर व्यक्ति को 58 वर्ष की आयु के बाद आजीवन पेंशन मिलती है। इस पेंशन की पात्रता के लिए न्यूनतम 10 वर्ष की निरंतर सेवा आवश्यक है। न्यूनतम पेंशन राशि 1000 रुपये प्रति माह निर्धारित है, जिसे व्यक्ति के योगदान के आधार पर बढ़ाया जा सकता है।
अगर कोई व्यक्ति नौकरी छोड़ भी देता है तो 50 वर्ष की आयु से पहले यह राशि नहीं निकाली जा सकती। यह नियम इसलिए बनाया गया है ताकि व्यक्ति की आर्थिक सुरक्षा और भविष्य सुनिश्चित हो सके। पेंशन की राशि व्यक्ति के कुल योगदान, सेवा की अवधि और औसत वेतन पर निर्भर करती है। योगदान और सेवा अवधि जितनी अधिक होगी, पेंशन उतनी ही अधिक होगी। यह व्यवस्था व्यक्ति को बुढ़ापे में आर्थिक आजादी प्रदान करती है।
पारिवारिक सुरक्षा
ईपीएफओ ने हर कर्मचारी के लिए अपने पीएफ खाते में नामांकन कराना अनिवार्य कर दिया है। पारिवारिक सुरक्षा की दृष्टि से यह सुविधा बहुत महत्वपूर्ण है। कोई भी कर्मचारी अपने परिवार के किसी भी सदस्य या किसी अन्य व्यक्ति को अपना नॉमिनी बना सकता है। दुर्भाग्य से जब कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके नॉमिनी को पूरी पीएफ राशि मिल जाती है। संगठन समय-समय पर नामांकन को अपडेट करने के निर्देश जारी करता है, ताकि यह जानकारी हमेशा अपडेट रहे।
यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि व्यक्ति की मेहनत की कमाई बिना किसी कानूनी झंझट के उसके परिवार के पास जाए। नामांकन परिवर्तन की सुविधा भी उपलब्ध है। व्यक्ति जीवन में आने वाले बदलावों के अनुसार अपना नाम बदल सकता है। यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से की जा सकती है।
आपका सवाल है: पारिवारिक सुरक्षा (Family Security) – EPFO के संदर्भ में।
अगर आप EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के सदस्य हैं, तो आपकी मृत्यु के बाद आपके परिवार को कई प्रकार की वित्तीय सहायता मिलती है। इसे ही पारिवारिक सुरक्षा या फैमिली पेंशन स्कीम कहा जाता है।
🛡️ EPFO की पारिवारिक सुरक्षा योजना (Family Pension under EPS & EDLI)
EPFO के दो प्रमुख प्रावधान हैं जो परिवार को आर्थिक सुरक्षा देते हैं:
1. 👪 फैमिली पेंशन (Family Pension – EPS)
➤ कब मिलती है?
अगर EPF सदस्य की मृत्यु हो जाती है और उसने EPS स्कीम में योगदान किया है, तो उसके पति/पत्नी, बच्चे या माता-पिता को मासिक पेंशन मिलती है।
➤ पात्रता शर्तें:
- सदस्य ने कम से कम 1 महीने EPS में योगदान किया हो।
- मृत्यु नौकरी के दौरान या रिटायरमेंट से पहले हो।
➤ किसे पेंशन मिलेगी?
- पति/पत्नी (लाइफटाइम पेंशन)
- बच्चे (25 वर्ष की उम्र तक)
- दिव्यांग बच्चे – उम्र की सीमा नहीं
- माता-पिता (यदि नॉमिनी हैं और अन्य कोई आश्रित नहीं)
2. 💸 EDLI स्कीम के तहत बीमा राशि (Employees’ Deposit Linked Insurance)
➤ क्या है?
EPF सदस्य की मृत्यु होने पर उसके नॉमिनी को ₹7 लाख तक का बीमा लाभ मिलता है। यह सुविधा बिल्कुल फ्री होती है, इसके लिए कोई प्रीमियम नहीं देना होता।
➤ पात्रता:
- EPF सदस्य ने मृत्यु से पहले सर्विस में रहते हुए काम किया हो।
- EPF खाते में योगदान चालू हो।
📄 पारिवारिक सुरक्षा के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- मृत्यु प्रमाण पत्र
- EPF नंबर / UAN
- बैंक खाता विवरण
- आधार कार्ड
- नॉमिनी प्रमाण
- पेंशन फॉर्म (Form 10D)
- EDLI क्लेम फॉर्म (Form 5IF)
🖥️ ऑनलाइन क्लेम कैसे करें?
- EPFO की वेबसाइट या UMANG ऐप पर जाएं।
- UAN लॉगिन करें।
- Form 10D या 5IF भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- सबमिट करें।
🎯 निष्कर्ष:
EPFO न केवल आपके रिटायरमेंट के बाद आपकी देखभाल करता है, बल्कि आपकी मृत्यु के बाद आपके परिवार को भी सुरक्षा प्रदान करता है –
यह एक सुरक्षित भविष्य की गारंटी है