अब सीधे सुपरवाइजर बनेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता | Anganwadi Supervisor Promotion 2025 बड़ी खबर
अब बिना परीक्षा सीधे सुपरवाइजर बनेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता – जानिए नई प्रक्रिया और पात्रता

अब सीधे सुपरवाइजर बनेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरकार ने दी बड़ी मंजूरी | Anganwadi Big News 2025
देशभर में लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी राहत भरी घोषणा की है — अब उन्हें सुपरवाइजर बनने के लिए अलग से प्रतियोगी परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होगी। योग्य और अनुभवी कार्यकर्ताओं को सीधे सुपरवाइजर पद पर प्रमोशन (Direct Promotion) का अवसर दिया जाएगा। यह फैसला लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग रही है, जिसे अब सरकार ने मंजूरी दे दी है। Anganwadi Supervisor
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आइए जानते हैं इस योजना और फैसले से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से —
🔹 क्या है नया फैसला?
सरकार ने हाल ही में एक नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अब सुपरवाइजर पद पर सीधे पदोन्नति (Direct Promotion) दी जा सकेगी।
इससे पहले कार्यकर्ताओं को राज्य स्तर की प्रतियोगी परीक्षा या चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। लेकिन अब उनके कार्य अनुभव, योग्यता और सेवा रिकॉर्ड के आधार पर उन्हें सुपरवाइजर बनाया जाएगा।
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यह बदलाव महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (WCD) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत लागू किया गया है।
🔹 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता क्या करती हैं?
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुँचाने का काम करती हैं।
उनका मुख्य कार्य है:
- बच्चों को पोषण और शिक्षा देना
- गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच
- माताओं को पोषण संबंधी जागरूकता
- स्कूल पूर्व शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन
इनके कार्यभार को देखते हुए सुपरवाइजर बनना उनके लिए सम्मान और जिम्मेदारी दोनों में बढ़ोतरी का प्रतीक है।
🔹 सुपरवाइजर पद पर प्रमोशन की नई प्रक्रिया
सरकार के इस नए फैसले के अनुसार, अब सुपरवाइजर पद के लिए पात्रता इस प्रकार होगी:
- कम से कम 10 वर्ष का अनुभव आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में होना आवश्यक होगा।
- कार्यकाल के दौरान उत्कृष्ट सेवा रिकॉर्ड होना चाहिए।
- संबंधित जिले या ब्लॉक स्तर पर अधिकारी की अनुशंसा (Recommendation) आवश्यक होगी।
- राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग की स्वीकृति के बाद पदोन्नति दी जाएगी।
इस प्रक्रिया के तहत लिखित परीक्षा या इंटरव्यू की आवश्यकता नहीं रहेगी।
🔹 इस फैसले से होने वाले फायदे
इस निर्णय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कई बड़े लाभ मिलेंगे, जैसे:
- ✅ करियर ग्रोथ के अवसर – वर्षों से मेहनत कर रहीं कार्यकर्ताओं को अब उच्च पद का अवसर मिलेगा।
- ✅ आर्थिक लाभ – सुपरवाइजर बनने पर वेतन और भत्तों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
- ✅ प्रेरणा में वृद्धि – जमीनी स्तर पर काम कर रही महिलाओं का उत्साह बढ़ेगा।
- ✅ अनुभव का उपयोग – अनुभवी कार्यकर्ताओं के अनुभव का उपयोग प्रशासनिक और प्रबंधन स्तर पर किया जा सकेगा।
- ✅ महिलाओं को सशक्तिकरण – यह निर्णय महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
🔹 सुपरवाइजर का काम क्या होता है?
सुपरवाइजर आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी करती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि
- सभी केंद्र सही समय पर खुलें
- पोषण आहार का सही वितरण हो
- बच्चों की उपस्थिति नियमित हो
- रिकॉर्ड में पारदर्शिता बनी रहे
वे जिले या ब्लॉक स्तर पर प्रोजेक्ट ऑफिसर (CDPO) के अधीन काम करती हैं और लगभग 20-25 आंगनबाड़ी केंद्रों की मॉनिटरिंग करती हैं।
🔹 वेतन और भत्ते में बढ़ोतरी
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन सामान्यतः ₹10,000 से ₹12,000 प्रति माह होता है।
जबकि सुपरवाइजर के रूप में प्रमोशन मिलने पर उनका वेतन ₹25,000 से ₹35,000 तक हो सकता है।
इसके अलावा उन्हें यात्रा भत्ता, मोबाइल भत्ता और अन्य प्रशासनिक लाभ भी मिलते हैं।
🔹 किन राज्यों में लागू होगी यह व्यवस्था?
यह नीति केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के आधार पर राज्य सरकारों द्वारा लागू की जाएगी।
अभी तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, राजस्थान, हरियाणा और झारखंड जैसे राज्यों ने इस दिशा में सकारात्मक संकेत दिए हैं।
कुछ राज्यों में तो यह नियम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले से लागू किया जा चुका है।
🔹 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की लंबे समय से मांग
कई वर्षों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यह मांग कर रही थीं कि
“जो महिलाएं वर्षों से सेवा दे रही हैं, उन्हें सीधे प्रमोशन का मौका मिलना चाहिए।”
अब जाकर सरकार ने उनकी इस मांग को स्वीकार किया है।
यह निर्णय न केवल उनकी मेहनत की सराहना है, बल्कि सामाजिक न्याय और महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
🔹 आवेदन और पात्रता प्रक्रिया
राज्य सरकारें अपने-अपने पोर्टल पर आंगनबाड़ी सुपरवाइजर प्रमोशन 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी करेंगी।
संभावित प्रक्रिया इस प्रकार होगी:
- आवेदन ऑनलाइन / ऑफलाइन माध्यम से किया जाएगा।
- आवेदन के साथ सेवा प्रमाणपत्र और अनुभव विवरण देना होगा।
- संबंधित अधिकारी द्वारा सत्यापन किया जाएगा।
- विभागीय समिति अंतिम चयन करेगी।
🔹 महिलाओं के लिए बड़ी राहत
भारत में लगभग 14 लाख से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र हैं और इनमें करीब 12 लाख से अधिक महिला कार्यकर्ता सेवाएं दे रही हैं।
यह फैसला उनके लिए करियर में स्थायित्व और आत्मनिर्भरता लेकर आएगा।
अब उन्हें लंबे इंतजार या परीक्षा की चिंता नहीं करनी होगी।
🔹 निष्कर्ष
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अब सुपरवाइजर बनने का सुनहरा अवसर मिल गया है।
सरकार का यह निर्णय उन महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला है जो वर्षों से समाज की सेवा कर रही हैं।
यह कदम न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण को गति देगा, बल्कि बाल विकास योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने में भी मदद करेगा।
अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कह सकती हैं —
“हम सिर्फ सेविका नहीं, अब सुपरवाइजर भी हैं!”
📌 महत्वपूर्ण बिंदु सारांश में
विषय | जानकारी |
---|---|
योजना का नाम | आंगनबाड़ी सुपरवाइजर डायरेक्ट प्रमोशन 2025 |
लाभार्थी | आंगनबाड़ी कार्यकर्ता |
लाभ | सुपरवाइजर पद पर सीधे प्रमोशन |
पात्रता | 10 वर्ष का अनुभव और उत्कृष्ट सेवा रिकॉर्ड |
लागू विभाग | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
औसत वेतन (प्रमोशन के बाद) | ₹25,000 – ₹35,000 प्रतिमाह |
उद्देश्य | अनुभवी कार्यकर्ताओं को पदोन्नति देकर महिला सशक्तिकरण बढ़ाना |
अगर आप भी एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, तो यह आपके करियर में बदलाव लाने वाला सुनहरा मौका है।
राज्य सरकार के पोर्टल पर नजर रखें और समय पर आवेदन जरूर करें।