PM Kisan Yojana Update: 21वीं किस्त से पहले जरूरी होगा फिजिकल वेरिफिकेशन
PM किसान योजना: किस्त पाने से पहले जरूरी होगा फिजिकल वेरिफिकेशन

पीएम किसान योजना: 21वीं किस्त से पहले किसानों के लिए आया बड़ा अपडेट, फिजिकल वेरिफिकेशन ज़रूरी
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan Yojana) किसानों के लिए सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को सालाना ₹6,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है, जो तीन किस्तों में सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर होती है। अब तक 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और जल्द ही 21वीं किस्त भी जारी होने वाली है।
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PM किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के लिए बड़ा अपडेट आया है। सरकार ने 21वीं किस्त जारी करने से पहले किसानों का फिजिकल वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है। अब बिना वेरिफिकेशन के किसानों को किस्त की राशि नहीं मिलेगी।
लेकिन इस बार 21वीं किस्त पाने से पहले किसानों के लिए एक नया अपडेट सामने आया है। सरकार ने साफ कर दिया है कि फिजिकल वेरिफिकेशन (Physical Verification) अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि केवल वही किसान 21वीं किस्त का लाभ उठा पाएंगे, जिनका फिजिकल वेरिफिकेशन पूरा होगा।
आइए जानते हैं इस नए अपडेट की पूरी जानकारी, फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया और इसका किसानों पर क्या असर होगा।
पीएम किसान योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 24 फरवरी 2019 को की गई थी। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आर्थिक मदद करना है ताकि वे कृषि कार्यों में अपनी जरूरतें पूरी कर सकें।
- लाभार्थी: छोटे और सीमांत किसान
- राशि: ₹6,000 प्रतिवर्ष
- भुगतान: 3 किस्तों में (₹2,000 हर 4 महीने में)
- लाभार्थी संख्या: 11 करोड़ से ज्यादा किसान
21वीं किस्त से पहले नया अपडेट
किसानों के लिए यह जानना जरूरी है कि अब 21वीं किस्त प्राप्त करने के लिए फिजिकल वेरिफिकेशन करवाना अनिवार्य होगा।
- जिन किसानों का फिजिकल वेरिफिकेशन पूरा नहीं होगा, उनके खातों में किस्त की राशि नहीं भेजी जाएगी।
- सरकार का कहना है कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि योजना का लाभ केवल वास्तविक और पात्र किसानों को ही मिले।
- इससे फर्जी लाभार्थियों की पहचान हो सकेगी और योजना की पारदर्शिता बनी रहेगी।
फिजिकल वेरिफिकेशन क्यों जरूरी है?
सरकार के मुताबिक, ई-केवाईसी (e-KYC) के बावजूद कुछ राज्यों में ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां अपात्र किसान योजना का लाभ ले रहे थे।
- फिजिकल वेरिफिकेशन से सुनिश्चित किया जाएगा कि जमीन पर खेती करने वाला किसान ही लाभार्थी है।
- यह वेरिफिकेशन स्थानीय तहसीलदार, कृषि अधिकारी या पंचायत स्तर पर किया जाएगा।
- किसानों की जमीन के दस्तावेजों और खेती की स्थिति की जांच की जाएगी।
फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया
1. अधिकारियों द्वारा जांच
- संबंधित अधिकारी किसान की भूमि और दस्तावेजों की जांच करेंगे।
- जमीन का खसरा-खतौनी रिकॉर्ड चेक किया जाएगा।
2. जमीन पर निरीक्षण
- अधिकारी खेत पर जाकर यह देखेंगे कि लाभार्थी वास्तव में खेती कर रहा है या नहीं।
3. रिपोर्ट तैयार करना
- निरीक्षण के बाद रिपोर्ट बनाई जाएगी और उसे पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
- इसके बाद ही किसान का खाता एक्टिव रहेगा और किस्त जारी की जाएगी।
किन किसानों को नहीं मिलेगा लाभ?
- जिन किसानों के नाम पर जमीन नहीं है।
- अगर किसान सरकारी कर्मचारी या आयकर दाता है।
- जो लोग व्यवसायी या प्रोफेशनल (जैसे डॉक्टर, वकील, इंजीनियर) हैं।
- जिन किसानों ने फिजिकल वेरिफिकेशन पूरा नहीं करवाया है।
किसानों को क्या करना होगा?
किसानों को खुद से कहीं दौड़ने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह काम स्थानीय अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी। लेकिन किसान यह सुनिश्चित कर लें कि:
- उनके जमीन के दस्तावेज सही और अपडेट हों।
- आधार कार्ड और बैंक खाता योजना से लिंक हो।
- ई-केवाईसी पहले से पूरी हो चुकी हो।
पीएम किसान पोर्टल और हेल्पलाइन
- किसान अपनी स्थिति PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाकर चेक कर सकते हैं।
- पोर्टल पर “Beneficiary Status” में जाकर पता चल सकता है कि किस्त क्यों रुकी है।
- हेल्पलाइन नंबर: 155261 / 1800-115-552 / 011-23381092
किसानों पर असर
इस नए नियम का सीधा असर उन किसानों पर पड़ेगा जिनका फिजिकल वेरिफिकेशन अब तक नहीं हुआ है।
- सकारात्मक असर: अपात्र और फर्जी लाभार्थी बाहर हो जाएंगे, जिससे वास्तविक किसानों को अधिक लाभ मिलेगा।
- नकारात्मक असर: जिन किसानों के दस्तावेज अधूरे हैं या जिनका वेरिफिकेशन समय पर नहीं हुआ है, उनकी किस्त रुक सकती है।
निष्कर्ष
पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त से पहले फिजिकल वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके दस्तावेज पूरे हों और स्थानीय अधिकारी समय पर उनका वेरिफिकेशन करें।
यह कदम योजना की पारदर्शिता और लाभार्थियों की सही पहचान सुनिश्चित करेगा। इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते अपनी जमीन और आधार से जुड़े दस्तावेज सही करवा लें, ताकि किस्त की राशि उनके खाते में समय पर पहुंच सके।
👉 यदि आप किसान हैं तो तुरंत अपनी स्थिति चेक करें और सुनिश्चित करें कि आपका फिजिकल वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है।