Ration e-KYC Update 2025: अभियान में ढील, 2.38 लाख लोगों का राशन रोका गयाRation e-KYC Update
राशन e-KYC अभियान: समयसीमा में ढील और 2.38 लाख कार्डधारक प्रभावित

Ration e-KYC Update: e-KYC अभियान में ढील, 2.38 लाख लोगों का राशन रोका गया
भारत सरकार और राज्य सरकारें समय-समय पर राशन वितरण प्रणाली (Public Distribution System – PDS) को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कई कदम उठाती रही हैं। इन्हीं सुधारों में से एक है राशन कार्ड से जुड़ा e-KYC अभियान, जिसके माध्यम से राशन कार्डधारकों की पहचान को आधार और अन्य दस्तावेजों से जोड़ा जाता है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य है कि केवल पात्र लोगों को ही सस्ता राशन मिले और कोई भी फर्जी कार्डधारक सरकारी अनाज का दुरुपयोग न कर सके। Ration e-KYC
हाल ही में e-KYC अभियान में ढील दी गई है, लेकिन इस दौरान यह सामने आया है कि करीब 2.38 लाख लोगों का राशन रोका गया है। इसका मतलब है कि इन लोगों ने समय पर e-KYC नहीं करवाई या उनकी जानकारी में गड़बड़ी पाई गई, जिसके चलते उन्हें सरकारी राशन से वंचित होना पड़ा।
e-KYC अभियान क्या है?
e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) एक डिजिटल सत्यापन प्रक्रिया है, जिसमें राशन कार्डधारकों की पहचान को आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से जोड़ा जाता है। इसका उद्देश्य है –
- फर्जी राशन कार्ड खत्म करना
- दोहरी प्रविष्टियों को रोकना
- लाभ केवल पात्र परिवारों तक पहुँचाना
- डिजिटलाइजेशन के जरिए पारदर्शिता लाना
सरकार चाहती है कि राशन वितरण प्रणाली पूरी तरह डिजिटल हो जाए, ताकि हर व्यक्ति को उसका अधिकार बिना किसी बिचौलिये के मिले।
e-KYC अभियान में ढील क्यों दी गई?
जब सरकार ने राशन कार्डधारकों के लिए e-KYC को अनिवार्य किया, तो लाखों लोग अपने कार्ड अपडेट कराने लगे। लेकिन कई ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी, आधार-पंजीकरण केंद्रों की दूरियाँ और तकनीकी समस्याओं की वजह से लोग समय पर KYC पूरी नहीं कर पाए।
इस वजह से सरकार को e-KYC की समयसीमा बढ़ानी पड़ी और नियमों में ढील देनी पड़ी। ढील का मतलब यह है कि जिन लोगों का KYC लंबित है, उन्हें कुछ अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
2.38 लाख लोगों का राशन क्यों रोका गया?
रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक लगभग 2.38 लाख राशन कार्डधारकों का राशन रोका गया है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- समय पर e-KYC न कर पाना
- आधार और राशन कार्ड में जानकारी का मेल न होना
- फर्जी या डुप्लीकेट राशन कार्ड का होना
- मोबाइल नंबर लिंक न होना
इस कार्रवाई से साफ है कि सरकार अब सख्ती से केवल उन्हीं लोगों को राशन देना चाहती है, जो सही और पात्र लाभार्थी हैं।
आम लोगों पर असर
राशन रोके जाने से आम जनता को कई तरह की परेशानियाँ झेलनी पड़ रही हैं, खासकर गरीब और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हो रहे हैं।
- गरीब परिवारों को सस्ते अनाज से वंचित होना पड़ रहा है।
- लोगों को KYC कराने के लिए लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है।
- तकनीकी समस्याओं की वजह से कई बार प्रक्रिया अधूरी रह जाती है।
हालांकि सरकार ने ढील देकर राहत दी है, लेकिन जिनका राशन फिलहाल रुका हुआ है, उन्हें जल्द से जल्द e-KYC पूरी करनी होगी।
सरकार का उद्देश्य
सरकार का कहना है कि e-KYC की यह पूरी प्रक्रिया भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को खत्म करने के लिए जरूरी है। लंबे समय से यह शिकायतें आती रही हैं कि:
- कई फर्जी राशन कार्ड बनाए गए हैं।
- कई अमीर परिवार भी गरीबों के कोटे का राशन ले रहे हैं।
- डुप्लीकेट कार्डधारक एक से ज्यादा जगह से लाभ उठा रहे हैं।
इन्हीं समस्याओं को खत्म करने के लिए आधार आधारित e-KYC को लागू किया गया है।
e-KYC प्रक्रिया कैसे करें?
अगर आपका राशन रोका गया है या आपने अभी तक e-KYC नहीं करवाई है, तो घबराने की जरूरत नहीं। आप आसानी से यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं:
1. ऑनलाइन तरीका
- अपने राज्य के खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “राशन कार्ड e-KYC” विकल्प चुनें।
- राशन कार्ड नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज करें।
- आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर OTP आएगा।
- OTP दर्ज करके सत्यापन पूरा करें।
2. ऑफलाइन तरीका
- नजदीकी राशन दुकान या CSC (Common Service Center) पर जाएं।
- राशन कार्ड और आधार कार्ड साथ लेकर जाएं।
- बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट) के जरिए सत्यापन करें।
- आपकी जानकारी अपडेट होकर e-KYC पूरी हो जाएगी।
जिनका राशन रुका है, उन्हें क्या करना चाहिए?
अगर आपका नाम उन 2.38 लाख लोगों में शामिल है, जिनका राशन रोका गया है, तो आप तुरंत नीचे दिए कदम उठाएं:
- नजदीकी राशन डीलर से संपर्क करें।
- अपनी e-KYC की स्थिति की जानकारी लें।
- अगर जानकारी गलत है, तो आधार कार्ड और राशन कार्ड सुधार कराएं।
- जल्द से जल्द e-KYC पूरी करें ताकि आपका राशन फिर से शुरू हो सके।
राशन प्रणाली में e-KYC के फायदे
- पारदर्शिता बढ़ेगी – अब केवल पात्र लोगों को ही राशन मिलेगा।
- फर्जीवाड़ा रुकेगा – फर्जी और डुप्लीकेट कार्ड अपने आप बाहर हो जाएंगे।
- सही लोगों को लाभ मिलेगा – गरीब और जरूरतमंद परिवारों तक ही सस्ता अनाज पहुंचेगा।
- डिजिटल रिकॉर्ड – सभी डेटा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा, जिससे ट्रैकिंग आसान होगी।
चुनौतियाँ और समस्याएँ
हालांकि e-KYC से लाभ तो होंगे, लेकिन इसके कुछ बड़े चुनौतियाँ भी सामने आई हैं:
- ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट और तकनीक की कमी।
- बुजुर्ग और अशिक्षित लोगों के लिए प्रक्रिया कठिन।
- आधार और राशन कार्ड में त्रुटियाँ।
- कई बार बायोमेट्रिक काम नहीं करता, जिससे लोग परेशान होते हैं।
निष्कर्ष
राशन वितरण प्रणाली भारत के गरीब परिवारों की जीवनरेखा है। सरकार का प्रयास है कि यह प्रणाली अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत बने। e-KYC अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि इसकी वजह से फिलहाल 2.38 लाख लोगों का राशन रोका गया है, लेकिन अगर वे जल्द से जल्द अपनी KYC पूरी करवा लें तो उन्हें फिर से लाभ मिल सकता है।
सरकार को चाहिए कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए, तकनीकी सुविधाएँ बढ़ाए और लोगों को सरल भाषा में प्रक्रिया समझाए। तभी यह योजना सही मायनों में सफल हो पाएगी।
✍️ नोट: अगर आपने अभी तक राशन कार्ड की e-KYC नहीं करवाई है, तो तुरंत करा लें, ताकि भविष्य में राशन लेने में कोई दिक्कत न आए।